राम मंदिर के पहले शिलान्यासकर्ता कमलेश्वर चौपाल का निधन

राम मंदिर आंदोलन और हिंदू परिषद से जुड़े वरिष्ठ नेता कमलेश्वर चौपाल का शुक्रवार को निधन हो गया। वह लंबे समय से बीमार चल रहे थे और अस्पताल में उनका इलाज जारी था। उनके निधन से हिंदू समाज में शोक की लहर दौड़ गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई बड़े नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

कामेश्वर चौपाल का जीवन परिचय

कमलेश्वर चौपाल का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था, लेकिन उन्होंने हिंदू समाज के लिए अभूतपूर्व योगदान दिया। उन्हें विशेष रूप से 1989 में अयोध्या में राम मंदिर के पहले शिलान्यासकर्ता के रूप में याद किया जाता है। उन्होंने अपने हाथों से राम मंदिर की पहली ईंट रखी थी, जिसके बाद मंदिर निर्माण का कार्य शुरू हुआ। उनके इस योगदान के कारण वे हिंदू समाज के बीच एक सम्मानित नेता बन गए।

कमलेश्वर चौपाल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) से भी लंबे समय से जुड़े रहे। वे हिंदूवादी विचारधारा के प्रबल समर्थक थे और देशभर में हिंदुत्व को मजबूत करने के लिए कई आंदोलनों में हिस्सा लिया।

कामेश्वर चौपाल का जीवन परिचय

कमलेश्वर चौपाल ने केवल राम मंदिर आंदोलन तक ही सीमित नहीं रहे, बल्कि उन्होंने सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वे भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से भी जुड़े रहे और कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। उन्होंने दलित समाज से आते हुए भी हिंदू समाज को एकजुट करने के लिए निरंतर प्रयास किए।

उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा, लेकिन उन्होंने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। वे हमेशा हिंदू समाज के उत्थान और उसकी एकता के लिए काम करते रहे। उनके नेतृत्व और समर्पण की वजह से वे लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बने।

प्रधानमंत्री मोदी और योगी आदित्यनाथ की श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि कमलेश्वर चौपाल का योगदान अयोध्या राम मंदिर निर्माण में अमूल्य रहा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “कमलेश्वर चौपाल जी का निधन अत्यंत दुखद है। उन्होंने हिंदू समाज और राम मंदिर आंदोलन के लिए जो योगदान दिया, उसे भुलाया नहीं जा सकता। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।”

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका जीवन समाज और धर्म की सेवा में समर्पित था। उन्होंने कहा कि कमलेश्वर चौपाल का योगदान हिंदू समाज में सदैव याद रखा जाएगा।

कमलेश्वर चौपाल का अंतिम संस्कार

उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। बड़ी संख्या में उनके समर्थक, संघ और भाजपा के नेता, संत-महात्मा और आम लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। हिंदू समाज ने उनके योगदान को याद करते हुए उनके प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

कमलेश्वर चौपाल का जीवन हिंदू समाज, राम मंदिर आंदोलन और सामाजिक एकता के लिए समर्पित रहा। उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। उनका निधन न केवल विश्व हिंदू परिषद बल्कि पूरे हिंदू समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है।

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